2047 करवा चौथ तारीख व समय भारतीय समय अनुसार, 2047 करवा चौथ हिंदी कैलेंडर, 2047 में करवा चौथ त्यौहार के सभी तारीख व समय, पूजा विधि, करवा चौथ मंत्र।
'करवा चौथ' का त्यौहार हिन्दुओं का प्रसिद्द त्यौहार है। करवा चौथ हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह भारत के पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान का पर्व है।
इस साल करवा चौथ के तरीख :
करवा चौथ का व्रत स्त्रियों द्वारा सौभाग्य, सुख व संतान के लिए रखा जाता है। पति की दीर्घायु और मंगल कामना हेतु हिंदू सुहागिन नारियों का यह पावन पावन पर्व है। इस दिन स्त्रियाँ पति की दीर्घ आयु के लिए निर्जला (बिना जल का) व्रत रखकर चन्द्रमा के दर्शन के बाद ही जल ग्रहण करती हैं। चंद्रोदय तक निर्जल उपवास रखकर पुण्य संयय करना इस पर्व की विधि है। कहा जाता है की करवा चौथ के दिन व्रत कथा का पढ़ा जाना काफी महत्व रखता है| यह प्रथा सदियों से चली आ रही है और सभी वैवाहित महिलाएं इसका पूर्ण रूप से पालन करती है|
'करवा चौथ' का त्यौहार हिन्दुओं का प्रसिद्द त्यौहार है। करवा चौथ हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह भारत के पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान का पर्व है।
इस साल करवा चौथ के तरीख :
7 अक्टूबर 2047
सोमवार
करवा चौथ का व्रत स्त्रियों द्वारा सौभाग्य, सुख व संतान के लिए रखा जाता है। पति की दीर्घायु और मंगल कामना हेतु हिंदू सुहागिन नारियों का यह पावन पावन पर्व है। इस दिन स्त्रियाँ पति की दीर्घ आयु के लिए निर्जला (बिना जल का) व्रत रखकर चन्द्रमा के दर्शन के बाद ही जल ग्रहण करती हैं। चंद्रोदय तक निर्जल उपवास रखकर पुण्य संयय करना इस पर्व की विधि है। कहा जाता है की करवा चौथ के दिन व्रत कथा का पढ़ा जाना काफी महत्व रखता है| यह प्रथा सदियों से चली आ रही है और सभी वैवाहित महिलाएं इसका पूर्ण रूप से पालन करती है|