2020 दुर्गा अष्टमी तारीख व समय भारतीय समय अनुसार, 2020 दुर्गा अष्टमी हिंदी कैलेंडर, 2020 में दुर्गा अष्टमी त्यौहार के सभी तारीख व समय, पूजा विधि, दुर्गा अष्टमी मंत्र।
दुर्गा अष्टमी या महा अष्टमी दस दिन लंबे दुर्गा पूजा उत्सव के सबसे शुभ दिन में से एक है। भारत में इस पवित्र अवसर पर कई लोगों द्वारा उपवास किया जाता है। नवरात्रि या दुर्गा पूजा समारोह के आठवें दिन दुर्गाष्टमी, या दुर्गा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। इसे महाशक्ति के रूप में भी जाना जाता है और हिंदू धर्म के अनुसार सबसे शुभ दिन में से एक है। यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर या नवंबर महीने के अष्टमी तीथी पर पड़ता है।
इस साल दुर्गा अष्टमी के तरीख :
देवी दुर्गा की मूर्ति को सजाकर प्रसाद, जल, कुमकुम, नारियल, सिंदूर आदि को सभी अपनी क्षमता के अनुसार अर्पित करके पूजा करते हैं। भी जगह बहुत ही सुन्दर लगती हैं और वातावरण बहुत ही स्वच्छ और शुद्ध हो जाता है। ऐसा लगता है कि, वास्तव में देवी दुर्गा आशीर्वाद देने के लिए सभी के घरों में जाती है। यह विश्वास किया जाता है कि, माता की पूजा करने से आनंद, समृद्धि, अंधकार का नाश और बुरी शक्तियों हटती है। देवी दुर्गा के दस हाथ हैं और उनके प्रत्येक हाथ में अलग-अलग हथियार है। लोग देवी दुर्गा की पूजा बुराई की शक्ति से सुरक्षित होने के लिए करते हैं। बंगाल के लोग देवी दुर्गा को दुर्गोत्सनी अर्थात् बुराई की विनाशक और भक्तों की रक्षक के रुप में पूजा करते हैं।

इस साल दुर्गा अष्टमी के तरीख :
24 अक्टूबर 2020
शनिवार
देवी दुर्गा की मूर्ति को सजाकर प्रसाद, जल, कुमकुम, नारियल, सिंदूर आदि को सभी अपनी क्षमता के अनुसार अर्पित करके पूजा करते हैं। भी जगह बहुत ही सुन्दर लगती हैं और वातावरण बहुत ही स्वच्छ और शुद्ध हो जाता है। ऐसा लगता है कि, वास्तव में देवी दुर्गा आशीर्वाद देने के लिए सभी के घरों में जाती है। यह विश्वास किया जाता है कि, माता की पूजा करने से आनंद, समृद्धि, अंधकार का नाश और बुरी शक्तियों हटती है। देवी दुर्गा के दस हाथ हैं और उनके प्रत्येक हाथ में अलग-अलग हथियार है। लोग देवी दुर्गा की पूजा बुराई की शक्ति से सुरक्षित होने के लिए करते हैं। बंगाल के लोग देवी दुर्गा को दुर्गोत्सनी अर्थात् बुराई की विनाशक और भक्तों की रक्षक के रुप में पूजा करते हैं।